मैं लड़ती थी कि, वो बात नहीं करता..
और अब वो दिन भर बातें करता है।
मैं लड़ती थी कि, वो कुछ बताता नहीं है,
और अब वो हर छोटी बात सबसे पहले बताता है।
सुबह की पहली स्माइली से लेकर रात को दिन भर की पूरी कहानी सुनाने तक, हर चीज़ की ख्वाहिश थी मुझे,
और अब ख्वाहिशें पूरी हो रही हैं।
कभी प्यार से पास बैठ कर हाथ थाम लेने से लेकर, जाते जाते कसकर गले लगा लेने तक,
उसके हर पल में शामिल होना था मुझे,
और अब उसके हर पल से जुड़ाव हो गया है।
मैं लड़ती थी कि, उसे मुझसे कोई मतलब नहीं है,
और अब उसे किसी से भी मतलब नहीं है।
..... सबसे दिलचस्प तो ये है कि
मैं लड़ती थी... कि कहीं कोई और उसका न हो जाए,
और अब वो ही किसी और का हो गया है।
Friday, March 29, 2019
मैं लड़ती थी, और अब.....
Friday, March 8, 2019
सुनो, तुम ध्यान रखना
सुना है तुमने ठान ली है,
सबसे लड़के तुमने अपने मन की सुनी है...
देखो ध्यान रखना,
वो हैं, वो हर रास्ते पर मौजूद हैं,
तुम पर नज़रें हैं उनकी,
और इन शातिर नज़रों में तुम्हारा वजूद है,
देखो ध्यान रखना
वो डरे हुए हैं, तो बौखलाएंगें,
अपने डर को छुपा कर, तुम पर हक़ का ढोल बजाएंगे..
पर तुम ध्यान रखना,
उनका डर तुम पर हावी ना हो पाए,
चाहे कुछ हो, तुम्हारा वजूद उनकी मुट्ठी में आने ना पाए..
तुम्हारा आगे बढ़ना, उनकी बेचैनी को बढ़ाएगा,
गर कोई तुम्हारा साथ देगा, तो वो नारीवादी कहलाएगा,
तुम ध्यान रखना,
कभी वो भी नारीवादी बनकर बातें बहुत सी करेंगे,
पर तुम्हे रुकना नहीं है, कहना जो होगा देख लेंगे,
देखो उम्र की परवाह मत करना,
उसे कोई ना रोक पाया है,
25 तक शादी, अगले साल बच्चे और फिर चूल्हा चौकी,
यही आज तक होता आया है,
हां, सबकी दया मिलेगी, पर सोच वही रहेगी,
उनकी सोच में त्याग की देवी तो वो ही बनके रहेगी,
पर तुम ध्यान रखना है,
गर त्याग तुम्हारा गहना है तो, हिम्मत को शस्त्र बनाना है, अपनों को साथ लेकर,
तुम्हे हर हालत में अपना मुकाम पाना है...
Happy women's day to all the lovely ladies ... 😘😘😘